विपक्षी दलों के गठबंधन का प्राथमिक एजेंडा सनातन धर्म का पूर्ण उन्मूलन : भाजपा

नयी दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेता उदयनिधि स्टालिन और विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ पर ‘सनातन धर्म’ को लेकर तमिलनाडु के मंत्री द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर करारा प्रहार किया। पार्टी ने आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन का ‘प्राथमिक एजेंडा हिंदू धर्म का पूर्ण उन्मूलन’ है। भाजपा ने द्रमुक नेता की टिप्पणी को ‘नफरती भाषण’ करार देते हुए उच्चतम न्यायालय से उनके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई करने की अपील की। भाजपा की यह प्रतिक्रिया तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन के उस बयान के बाद आई है कि ‘सनातन धर्म’ समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ है और इसका उन्मूलन किया जाना चाहिए।तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया, और डेंगू वायरस एवं मच्छरों से होने वाले बुखार से करते हुए कहा कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्मूलन किया जाना चाहिए।.भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि इस टिप्पणी ने विपक्ष के असली चरित्र को उजागर कर दिया है। दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में त्रिवेदी ने द्रमुक नेता को आड़े हाथ लेते हुए कहा, ‘‘यह बयान उनके द्वारा अलग से नहीं दिया गया, बल्कि इसकी एक पूरी श्रृंखला है।’’त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ का परोक्ष रूप से संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘द्रमुक नेता की यह टिप्पणी ‘घमंडिया’ गठबंधन की मुंबई में हुई बैठक के 48 घंटे के भीतर आई है जो ‘मोहब्बत की दुकान के दुकानदार ’ के असली चरित्र को उजागर करती है।’’उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह स्पष्ट है कि उनका प्राथमिक एजेंडा हिंदू धर्म, सनातन धर्म का पूर्ण उन्मूलन है।’’ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की पार्टियों और उदयनिधि स्टालिन पर वोटबैंक और तुष्टिकरण की राजनीति के लिए ‘सनातन धर्म’ का अपमान करने का आरोप लगाया। राजस्थान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने ‘इंडिया’ गठबंधन को ‘घमंडिया गठबंधन’ बताते हुए कहा कि गठबंधन वोट बैंक की राजनीति के लिए किसी भी हद तक जा सकता है, लेकिन ‘‘जितना वे सनातन धर्म के खिलाफ बोलेंगे, उतने ही कम होते जाएंगे।’’ राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के.अन्नामलाई ने भी द्रमुक सरकार के मंत्री को उनकी दुर्भावनापूर्ण विचारधारा के लिए आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा, ‘‘तमिलनाडु आध्यात्मिकता की भूमि है। आप सबसे अच्छा काम यह कर सकते हैं कि ऐसे कार्यक्रमों में माइक पकड़ें और अपनी कुंठा निकालें।’’ भाजपा की तमिलनाडु इकाई के उपाध्यक्ष नारायण तिरुपति ने भी द्रमुक को ‘कैंसर’ करार देते हुए कहा कि सत्तारूढ़ द्रविड पार्टी द्वारा की गई इस तरह की टिप्पणी नयी नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी द्रमुक को खत्म कर देगी।उदयनिधि की टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया पर आक्रोश देखने को मिला। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी प्रकोष्ठ के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि द्रमुक नेता ने सनातन धर्म को मानने वाली 80 प्रतिशत जनता का ‘नरसंहार’करने का आह्वान किया है। हालांकि, उदयनिधि ने उनके आरोपों को खारिज कर दिया। आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए उदयनिधि ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, ‘‘मैंने सनातन धर्म का अनुपालन करने वाले लोगों के जनसंहार का कभी आह्वान नहीं किया।’’ उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का सिद्धांत है, जो लोगों को जाति और धर्म के आधार पर बांटता है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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