विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीतने के लक्ष्य के साथ उतरेंगे नीरज चोपड़ा

नयी दिल्ली, ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा अमेरिका के युगेन में शुक्रवार से शुरू हो रही विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में एतिहासिक पदक जीतने के लिए बेहतरीन फॉर्म और मौजूदा सत्र में प्रदर्शन में निरंतरता पर निर्भर करेंगे।

तीस जून को स्टॉकहोम डाइमंड लीग में 89.94 मीटर का सत्र का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने के बाद 24 साल के चोपड़ा विश्व चैंपियनशिप में पदक के दावेदारों में शामिल हैं।

विश्व चैंपियनशिप में पदक के साथ चोपड़ा एक और इतिहास रचेंगे क्योंकि अगर वह पदक जीतते हैं तो विश्व चैंपियनशिप में ऐसा करने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय ट्रैक एवं फील्ड खिलाड़ी और देश के पहले पुरुष खिलाड़ी बनेंगे।

लंबी कूद की खिलाड़ी अंजू बॉबी जॉर्ज 2003 में पेरिस में कांस्य पदक के साथ विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं थी।

अमेरिका के चुला विस्टा में अपने ट्रेनिंग केंद्र से चोपड़ा ने आनलाइन बातचीत के दौरान कहा, ‘‘तैयारी अच्छी रही है और मेरा आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है। मैंने जिन तीन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया उनमें से दो में निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और एक में खिताब जीता। तीनों टूर्नामेंट में मेरे प्रदर्शन में निरंतरता रही।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं बेहतर कर सकता हूं (और 90 मीटर की दूरी को पार कर सकता हूं), स्टॉकहोम डाइमंड लीग में 90 मीटर से सिर्फ छह सेंटीमीटर पीछे रहा। इसलिए उम्मीद करता हूं कि विश्व चैंपियनशिप में मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा।’’

मौजूदा सत्र में तीन टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के दौरान चोपड़ा ने अपने निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार किया। उन्होंने 14 जून को फिनलैंड में पावो नुर्मी खेलों के दौरान 89.30 मीटर की दूरी तय की जबकि स्टॉकहोम में भाले को 89.94 मीटर की दूरी तक फेंका।

उन्होंने फिनलैंड में कुओर्ताने खेलों के दौरान ट्रैक गीला और फिसलन भरा होने के बावजूद 86.69 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता।

चोपड़ा के मुख्य प्रतिद्वंद्वी ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स होंगे जो 2019 विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता हैं। पीटर्स विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार होंगे क्योंकि मौजूदा सत्र में पांच सर्वश्रेष्ठ प्रयास में से चार उनके नाम दर्ज हैं। उनका 93.07 मीटर का सर्वश्रेष्ठ प्रयास मौजूदा सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रयास भी है।

विश्व चैंपियनशिप 2017 के स्वर्ण पदक विजेता जर्मनी के योहानेस वेटर कंधे की चोट के कारण प्रतियोगिता से हट गए हैं। सक्रिय खिलाड़ियों में उन्होंने सबसे अधिक बार भाले को 90 मीटर से अधिक की दूरी तक फेंका है।

चोपड़ा भी स्वर्ण पदक के दावेदार होंगे क्योंकि वह मौजूदा सत्र में दो बार पीटर्स को पछाड़ चुके हैं। उन्होंने पावो नुर्मी खेलों और कुओर्ताने खेलों के दौरान ऐसा किया।

चोपड़ा अगर स्वर्ण पदक जीतते हैं तो 2008-09 में नॉर्वे के आंद्रियास थोरकिल्डसन के बाद ओलंपिक स्वर्ण के बाद विश्व चैंपियनशिप का भी स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले पुरुष भाला फेंक खिलाड़ी बनेंगे।

इससे पहले चेक गणराज्य के विश्व रिकॉर्ड धारक यान येलेज्नी ने 2000-01 और 1992-93 में यह उपलब्धि हासिल की थी।

विश्व चैंपियनशिप से पहले मानसिकता के बारे में पूछने पर चोपड़ा ने कहा, ‘‘मैं जिस मानसिकता के साथ तोक्यो गया था उसकी मानसिकता के साथ जाऊंगा, बिलकुल सहज रहूंगा। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा, बस इतनी सी बात है, मैं अपने ऊपर दबाव नहीं डाल रहा।’’

लंदन में 2017 विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे चोपड़ा ने उस प्रतियोगिता से सबक सीखा है। चोपड़ा ने कहा कि वह क्वालीफिकेशन दौर में यह सोचकर नहीं उतर सकते कि बिना अधिक प्रयास किए वह फाइनल में जगह बना लेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं क्वालीफिकेशन दौर को हल्के में नहीं ले रहा, मैंने 2017 में लंदन में यही सीखा है। उस समय मेरे पास काफी अंतरराष्ट्रीय अनुभव नहीं था। मैंने सोचा कि मैं 83 मीटर (2017 में क्वालीफिकेशन स्तर) की दूरी तय कर लूंगा लेकिन ऐसा करने में विफल रहा।’’

चोपड़ा ने कहा, ‘‘अगर आप क्वालीफिकेशन दौर में अच्छा प्रदर्शन नहीं करते और फाइनल में जगह नहीं बना पाते तो फिर किसी चीज का कोई मतलब नहीं है। मुझे एकाग्र रहना होगा और क्वालीफिकेशन दौर में भी अपना सर्वश्रेष्ठ करना होगा।’’

विश्व चैंपियनशिप 2017 में चोपड़ा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 82.26 मीटर था जो 83 मीटर के क्वालीफाइंग स्तर से कम था।

युगेन विश्व चैंपियनशिप में चोपड़ा 21 जुलाई को क्वालीफिकेशन दौर में हिस्सा लेंगे और दो दिन बाद फाइनल होगा। उन्होंने पिछले साल तोक्यो ओलंपिक में 87.58 के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता था।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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