वृहद आर्थिक आंकड़ों, वैश्विक रुख से तय होगी शेयर बाजारों की दिशा

नयी दिल्ली, घरेलू शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह वृहद आर्थिक आंकड़ों, वाहन बिक्री के आंकड़ों तथा वैश्विक रुख से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।

शुक्रवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स पहली बार 56,000 अंक के स्तर के पार बंद हुआ। इस दौरान बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,43,73,800.36 करोड़ रुपये के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया।

सैमको सिक्योरिटीज के एक नोट में कहा गया है, ‘‘बाजार घटनाक्रमों वाले आर्थिक कैलेंडर से प्रभावित हो सकता है। इसकी शुरुआत सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के तिमाही आंकड़ों से होगी। उसके बाद वाहन बिक्री तथा विनिर्माण पीएमआई के आंकड़े आएंगे।’’

इसके अलावा बाजार की निगाह कोविड-19 के रुख तथा टीकाकरण की रफ्तार पर रहेगी।

बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 795.40 अंक या 1.43 प्रतिशत के लाभ में रहा।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध, ब्रोकिंग और वितरण प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘घरेलू मोर्चे पर तिमाही नतीजों का सीजन समाप्त हो चुका है। अब टीकाकरण काफी तेजी से चल रहा है। ऐसे में आर्थिक पुनरुद्धार के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है। हालांकि, पिछले 18 माह के दौरान बाजार के प्रदर्शन की वजह से मूल्यांकन के मोर्चे पर चिंता पैदा हुई है।’’

खेमका ने कहा कि दीर्घावधि के परिप्रेक्ष्य से बाजार का कुल रुख सकारात्मक है। अर्थव्यवस्था के खुलने, आर्थिक आंकड़ों में सुधार तथा टीकाकरण में तेजी से स्थिति सुधरी है।

शेयर बाजारों की दिशा रुपये तथा ब्रेंट कच्चे तेल के रुख पर भी निर्भर करेगी। इसके अलावा बाजार जैक्सन होल आर्थिक सम्मेलन के नतीजों पर भी अपनी प्रतिक्रिया दे सकता है।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल ने कहा है कि केंद्रीय बैंक अभी ब्याज दरों को रिकॉर्ड निचले स्तर से बढ़ाने नहीं जा रहा है। इसके बाद शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया।

विश्लेषकों का कहना है कि निवेशक जैक्सन होल आर्थिक सम्मेलन में अमेरिकी केंद्रीय बैंक के प्रमुख के संबोधन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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