स्वास्थ्य सचिव की राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से आभा आईडी को स्वास्थ्य पोर्टल से जोड़ने की अपील

नयी दिल्ली  केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से ‘आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट (आभा)’ को प्रजनन बाल स्वास्थ्य (आरसीएच)  राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम (निक्षय) जैसे विभिन्न स्वास्थ्य पोर्टल से जोड़ने के लिए जरूरी कदम उठाने की अपील की है।

स्वास्थ्य सचिव अपूर्वा चंद्र ने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के डैशबोर्ड के अनुसार तीन अप्रैल  2024 तक देश में सृजित कुल आभा पहचान पत्र (आईडी) 5 894.60 लाख हो गये हैं।

उन्होंने कहा कि लेकिन गैर-संचारी रोगों (एनसीडी)  ‘सिकेल सेल’  आरसीएच  निक्षय  ‘नेशनल वायरल हेपाटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम (एनवीएचसीपी)’ और ‘प्रधानमंत्री नेशनल डायलिसिस प्रोग्राम (पीएमएनडीपी) के तहत आभा से जुड़े कुल लाभार्थी क्रमश: 827.99 लाख  0.89 लाख  15.78 लाख  2.46 लाख  0.056 लाख और 0.17 लाख हैं।

स्वास्थ्य सचिव ने कहा  ‘‘यह दर्शाता है कि वैसे तो राज्यों ने पहचान पत्र तैयार करने में काफी रूचि ली है लेकिन स्वास्थ्य रिकार्ड को इन पहचानपत्रों के साथ नहीं जोड़ जाने से मरीजों समेत संबंधित पक्ष डिजिटल स्वास्थ्य रिकार्ड का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।’’

उन्होंने सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारों को लिखे पत्र में कहा  ‘‘इसलिए आप से आभा के वर्तमान लाभार्थियों को विभिन्न पोर्टल से जोड़ने और अपने स्तर पर इस काम की प्रगति की नियमित समीक्षा करने के लिए जरूरी कदम उठाने का अनुरोध किया जाता है।’’

चंद्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितंबर  2021 को राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (एनडीएचएम) प्रारंभ किया था तथा देश में सभी स्वास्थ्य सुविधाओं को इस मिशन में भाग लेना है।

उन्होंने पत्र में कहा कि स्वास्थ्य सुविधा रजिस्ट्री और स्वास्थ्य पेशेवर रजिस्ट्री के जरिए एबीडीएम मंच को इष्टतम सीमा तक उपयोग में लाया जाना है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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