डब्ल्यूएचओ असमानता की आशंकाओं के बीच मंकीपॉक्स को रोकने के लिए टीके वितरित करेगा

लंदन, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि वह अफ्रीका से परे 30 से अधिक देशों में मंकीपॉक्स के प्रकोप को रोकने के लिए टीका वितरण का एक नया तंत्र बना रहा है।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम गेब्रेयसस ने कहा कि एजेंसी टीकों और उपचार के लिए ‘‘उचित पहुंच’’ पहल विकसित कर रही है जो कुछ हफ्तों के भीतर तैयार हो जाएगी। ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका और अन्य देशों में पिछले महीने मंकीपॉक्स के सैकड़ों मामले सामने आने के तुरंत बाद यह तंत्र प्रस्तावित किया गया।

चेचक के टीके को मंकीपॉक्स के खिलाफ लगभग 85 प्रतिशत प्रभावी माना जाता है। डब्ल्यूएचओ के यूरोप निदेशक हैंस क्लूज ने बुधवार को कहा कि वह अफ्रीका के लिए टीके खरीदने की बात किए बिना अधिक टीके खरीदने के लिए कुछ अमीर देशों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की वजह से चिंतित हैं।

उन्होंने कहा कि कार्यक्रम सभी देशों के लिए बनाया जा रहा है और टीके उनकी महामारी संबंधी जरूरतों के आधार पर वितरित किए जाएंगे।

क्लूज ने कहा, ‘‘यूरोप इस बढ़ते प्रकोप का केंद्र बना हुआ है, जिसमें 25 देशों में 1,500 से अधिक या वैश्विक मामलों के 85 प्रतिशत मामले सामने आए हैं।’’

कुछ अफ्रीकी विशेषज्ञों ने सवाल किया कि संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने मध्य और पश्चिम अफ्रीका में टीकों का उपयोग करने का प्रस्ताव क्यों नहीं दिया, जहां यह बीमारी स्थानिक है।

अफ्रीका सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के कार्यवाहक निदेशक डॉ. अहमद ओगवेल ने कहा, “किसी भी टीकाकरण को शुरू करने का स्थान अफ्रीका होना चाहिए न कि कहीं और।”

उन्होंने कहा कि अमीर देशों के मुकाबले अफ्रीका महाद्वीप में मंकीपॉक्स का मुकाबला करने के लिए टीके की कमी गंभीर चिंता का विषय है।

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के संक्रामक रोग विशेषज्ञ फ्रेंकोइस बलौक्स ने कहा कि अफ्रीका में लोगों को टीकाकरण करना वास्तव में प्राथमिकता होना चाहिए जहां बीमारी से कई लोगों की मौत हो गई है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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