पुतिन ने सीरिया में विदेशी सैनिकों की उपस्थिति की आलोचना की

दमिश्क, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सीरिया में विदेशी सैनिकों की उपस्थिति की आलोचना की और कहा कि वे सीरियाई सरकार की इच्छा के विरुद्ध वहां हैं तथा युद्धग्रस्त देश के सुदृढ़ीकरण को रोक रहे हैं। क्रेमलिन ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पुतिन पूर्वी सीरिया में मौजूद सैकड़ों अमेरिकी सैनिकों की उपस्थिति और आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट समूह के खिलाफ कुर्द नेतृत्व वाले लड़ाकों के साथ काम करने का जिक्र कर रहे थे।

पुतिन ने सोमवार रात मास्को में अपने सीरियाई समकक्ष बशर अल-असद के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सीरिया में विदेशियों की उपस्थिति अवैध है क्योंकि उन्हें संयुक्त राष्ट्र या सीरिया की सरकार से वहां रहने के लिए कोई मंजूरी नहीं मिली है।

रूस सितंबर 2015 में सीरिया के 10 साल लंबे संघर्ष में शामिल हुआ। उस समय सीरियाई सेना पतन के करीब पहुंच गयी थी। लेकिन रूसी हस्तक्षेप से असद की सेना मजबूत हुयी है और देश के अधिकांश हिस्से पर उसका नियंत्रण है। सीरिया में सैकड़ों रूसी सैनिक तैनात हैं और सीरिया के भूमध्यसागरीय तट पर रूस का एक सैन्य हवाई ठिकाना भी है।

सीरिया में संघर्ष शुरू होने के बाद से पिछले एक दशक में असद ने रूस और ईरान जैसे प्रमुख सहयोगी देशों को छोड़कर शायद ही कभी विदेश यात्राएं की हों। दमिश्क में सरकारी मीडिया ने कहा कि असद और पुतिन ने अपनी सेनाओं के बीच सहयोग तथा सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले अंतिम क्षेत्रों पर नियंत्रण हासिल करने के लिए अभियान जारी रखने के तरीकों पर चर्चा की।

पिछले साल जनवरी में सीरिया की राजधानी में शिखर सम्मेलन के बाद से दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात थी।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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