मंदिरों को तोड़ने की इजाजत मांगने वाले केंद्र के पत्र के खिलाफ दिल्ली विस में निंदा प्रस्ताव पारित

नयी दिल्ली, दिल्ली विधानसभा ने राष्ट्रीय राजधानी में 53 मंदिरों को ध्वस्त करने की अनुमति मांगने के लिए भाजपा नीत केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली सरकार को भेजे गए एक पत्र के खिलाफ मंगलवार को निंदा प्रस्ताव पारित किया।

‘आप’ विधायक और पार्टी के मुख्य सचेतक दिलीप पांडे ने सदन में निंदा प्रस्ताव पेश किया।

भाजपा पर निशाना साधते हुए पांडे ने कहा कि यह मांग (53 मंदिरों को तोड़ने की) विपक्षी दल के पाखंड का पर्दाफाश करती है।

उन्होंने दावा किया कि जिन मंदिरों को तोड़ने की मांग की गई है, उनमें राम, कृष्ण, दुर्गा और साईं बाबा के मंदिर शामिल हैं।

पांडे ने विधानसभा में कहा, “ भाजपा ने इस देश के हिंदुओं को यह बताने की कोशिश की है कि अगर वे भाजपा का हिस्सा हैं तो ही वे सच्चे हिंदू हैं। फिर वे पत्र लिखते हैं, मंदिरों को तोड़ने की अनुमति मांगते हैं।”

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर विकास की आड़ में वाराणसी और उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बड़ी संख्या में मंदिरों को नष्ट करने का आरोप लगाया।

आम आदमी पार्टी (‘आप’) के नेता ने दावा किया, ‘ विश्व की आध्यात्मिक राजधानी वाराणसी में, एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण करने के लिए हाल ही में इसने (भाजपा ने) 296 से अधिक ऐसे ढांचों को नष्ट कर दिया है, जिनमें 250 वर्ष से अधिक पुराने मंदिर भी शामिल हैं।”

उन्होंने कहा, “ ये लोग ऐसी परियोजनाओं के लिए मंदिरों को तोड़ते हैं और फिर सच्चे हिंदू होने का दावा करते हैं। अयोध्या में, विकास की आड़ में भगवान शिव के मंदिर सहित 176 मंदिरों को नष्ट कर दिया गया।”

कालकाजी से विधायक आतिशी ने कहा कि भाजपा की “भ्रष्टाचार की लालसा” इतनी अधिक है कि वह गरीबों के घरों, दुकानों और बालकनियों को गिराने तक नहीं रुकी, बल्कि मंदिरों के खिलाफ भी विध्वंस नोटिस जारी कर रही है।

उन्होंने आरोप लगाया, “ “भाजपा नेता मंदिरों को धमकी दे रहे हैं कि अगर वे विध्वंस कार्रवाई का सामना नहीं करना चाहते हैं तो अपनी ‘गुल्लक’ से पैसे दें।”

आतिशी ने कहा, “ भाजपा की पैसों की लालसा पूरी नहीं हो रही… अब 53 मंदिरों को गिराने की बारी आई है। यह सदन भाजपा और केंद्र की कड़ी निंदा करता है, और भाजपा से आग्रह करता है कि वह हमारे विश्वास और मंदिरों को बख्श दें।”

‘आप’ विधायक वीरेंद्र सिंह कादियान ने आरोप लगाया कि भाजपा के किसी विधायक या सांसद ने मंदिर नहीं बनवाएं।

उन्होंने कहा, “ मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में कई मंदिर बनवाएं हैं। ‘आप’ विधायक मंदिर बनाते रहेंगे और भाजपा वाले उन्हें तोड़ते रहेंगे।”

भाजपा विधायक अजय महावर ने कहा कि पूरा देश जानता है कि कौन मंदिर चाहता है और कौन ‘तुष्टीकरण’ में दिलचस्पी रखता है।

उन्होंने आरोप लगाया, “आप जिस ‘सॉफ्ट हिंदुत्व को बढ़ावा दे रहे हैं वह विफल हो गया है। वे (‘आप’ नेता) अब मंदिरों की बात कर रहे हैं। वे इमामों को वेतन देते हैं लेकिन दूसरे धर्मों के पुजारियों को वेतन नहीं देते हैं।”

‘आप’ विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र ने दिल्ली सरकार के गृह विभाग को पत्र लिखा है कि नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (एनबीसीसी) एक स्मार्ट सिटी विकसित कर रही है और इस उद्देश्य के लिए 53 मंदिरों को ध्वस्त किया जाना है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Twitter

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