राजस्थान पर्यटन की मजबूत ब्राण्डिंग कर यहां अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित किया जाए : गहलोत

जयपुर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य में कदम-कदम पर पर्यटन की संभावनाएं मौजूद हैं, ऐसे में प्रचार-प्रसार के आधुनिकतम माध्यमों से राज्य के पर्यटन की मजबूत ब्राण्डिंग कर यहां अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित किया जाना चाहिए।

उन्होंने निर्देश दिया कि ब्राण्डिंग इस तरह हो कि पर्यटकों के मानस पटल पर राजस्थान की अमिट छवि अंकित हो जाए।

गहलोत ने बुधवार को पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि विश्व मानचित्र पर पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान का विशेष स्थान है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक ब्राण्डिंग एवं मार्केटिंग से यहां के पर्यटन को न केवल नई पहचान मिलेगी, बल्कि इससे जुड़े हुए उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से प्रदेश के लाखों लोगों की आजीविका जुड़ी हुई है। ऐसे में पर्यटन गतिविधियों को व्यापक स्तर पर बढ़ाने से प्रदेश में रोजगार के बड़े अवसर उपलब्ध हो सकेंगे और राज्य की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में भी वृद्धि होगी।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने की मंशा के साथ नई पर्यटन नीति-2020 जारी की है। साथ ही, 2021-22 के बजट में पर्यटन विकास कोष में 500 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। इसमें आधारभूत संरचना के विकास एवं पर्यटन क्षेत्र में निवेश के लिए 300 करोड़ तथा टूरिस्ट डेस्टिनेशन ब्रांडिंग के लिए 200 करोड़ रूपए का बजट शामिल है।

गहलोत ने कहा कि राजस्थान के पर्यटन को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए प्रभावी मीडिया कैंपेन चलाने के साथ ही रोड शो, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल मार्ट, डोमेस्टिक ट्रैवल मार्ट, द ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार जैसी गतिविधियों का वृहद स्तर पर आयोजन किया जाए।

उन्होंने कहा कि डिजिटल एवं आउटडोर मीडिया, आकर्षक क्रियेटिव्स एवं लघु फिल्मों आदि के माध्यम से पर्यटन गतिविधियों को शो-केस किया जाए।

उन्होंने महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों तथा मेलों-उत्सवों की भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मार्केटिंग करने पर जोर दिया।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Getty Images

%d bloggers like this: