वाणिज्यिक दुनिया के लिए मध्यस्थता सबसे उपयुक्त विवाद समाधान तंत्र: प्रधान न्यायाधीश

नयी दिल्ली, प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति एन वी रमण ने मंगलवार को कहा कि मध्यस्थता वाणिज्यिक जगत के लिए सबसे उपयुक्त विवाद समाधान तंत्र है।

उन्होंने मध्यस्थता के मामलों से निपटने के लिए अधिक वाणिज्यिक अदालतों की स्थापना तथा इनके न्यायाधीशों के रूप में क्षेत्र के विशेषज्ञों की नियुक्ति का सुझाव दिया।

लंदन में ‘भारत-ब्रिटेन वाणिज्यिक विवादों की मध्यस्थता’ पर एक सम्मेलन में उद्घाटन भाषण देते हुए न्यायमूर्ति रमण ने कहा कि अदालतें भारत में मध्यस्थता समर्थक हैं और भारतीय मध्यस्थता परिदृश्य का विकास वैश्विक रुझानों और मांगों के प्रति बहुत ही उत्साहपूर्ण रहा है।

प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि यह आत्मनिरीक्षण करने और मध्यस्थता को एक कुशल परिणाम-उन्मुख संस्थान बनाने के लिए सभी संभावनाओं का पता लगाने के तरीके और साधन खोजने का समय है। उन्होंने सुझाव दिया कि मध्यस्थता प्रक्रिया में अदालत की भूमिका पर्यवेक्षी की होनी चाहिए।

उन्होंने कहा, “हमें सहायता और हस्तक्षेप के बीच की बारीक रेखा को पार नहीं करना चाहिए।”

न्यायमूर्ति रमण ने कहा कि मध्यस्थता वाणिज्यिक जगत के लिए सबसे उपयुक्त विवाद समाधान तंत्र है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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